हम सब साथ साथ पत्रिका के भ्रष्टाचार पर केंद्रित अगले अंक हेतु रचनाकार अपनी श्रेष्ठ अप्रकाशित रचनाएं (गीत, कविता, कहानी, लघुकथा व व्यंग्य आदि) अपने फोटो, परिचय सहित 20 दिसंबर,2011 तक भेजने का कष्ट करें। इस पत्रिका के विचार विमर्श स्तंभ हेतु आप ‘क्यों हैं हम जन्म से मृत्यु तक भ्रष्टाचार ढोने को विवश’ पर अपने संक्षिप्त विचार भी फोटो सहित भेज सकते हैं।