Tuesday, August 16, 2011

प्रथम फेसबुक मैत्री शिविर व संगोष्ठी आयोजित की गई...




नई दिल्ली। यहाँ स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर हम सब साथ साथ एवं राष्ट्रकिंकर प्रकाशन, नई दिल्ली द्वारा आयोजित पहली फेसबुक मैत्री शिविर व संगोष्ठी में दिल्ली एनसीआर सहित विभिन्न दूरदराज क्षेत्रों के अनेक लोगों ने शामिल होकर आपसी मैत्री व भाईचारे को प्रगाढ़ किया। शिविर के प्रारम्भ में नित्यप्रति फेसबुक के माध्यम से नेट पर मिलने वाले मित्रों ने एक-दूसरे को अपना परिचय दिया और उसके पश्चात् फेसबुक की उपयोगिता व अनुपयोगिता पर जाने-माने साहित्यकारों व पत्रकारों, सर्वश्री विनोद बब्बर, सुभाष चंदर, नमिता राकेश, रेनू चौहान एव डॉ. हरीश अरोड़ा ने अपने-अपने रोचक व ज्ञानवर्द्धक विचार प्रस्तुत किए। तत्पश्चात् भरतपुर से पधारे अपना घर के संयोजक श्री अशोक खत्री सहित अनेक मित्रों ने उपर्युक्त विषय पर विचार-विमर्श में भाग लेते हुए अपने-अपने खट्टे-मीठे व रोचक अनुभव सुनाए। अनेक मित्रगणों ने जहाँ अपनी बातों और अनुभवों से फेसबुक की उपयोगिता सिद्ध की वहीं कुछ लोगों ने फेसबुक पर फेक मित्रों व ओछी मानसिकता के लोगों से बचकर रहने की सलाह भी दी।
     इस अवसर पर आयोजित विभिन्न सत्रों में मित्रों ने जहाँ अनेक कवियों की कविताओं का लुत्फ उठाया वहीं कुछ गायकों की गायिकी का भी आनन्द लिया। कवियों में शामिल सर्वश्री विजय भाटिया ‘काका’, हरभजन सिंह, लाल बिहारी लाल, राम निवास ‘इंडिया’, शोभा रस्तोगी ‘शोभा’ एवं मंच पर पदासीन विशिष्ट अतिथियों आदि ने अपनी सुमधुर कविताएं सुनाकर श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया। गीत, संगीत के सत्र में सर्वश्री किशोर वांकड़े के गीत, अशोक कुमार की पैरोडी व किशोर श्रीवास्तव की गीतों भरी मिमिक्री ने भी श्रोताओं को झूमने पर मज़बूर कर दिया। कार्यक्रम के अंत में युवा जादूगर श्री अमर सिंह निषाद ने अपनी जादूगरी के जल्वे दिखाकर श्रोताओं को दांतो तले उंगली दबाने पर मज़बूर कर दिया।
     शिविर व संगोष्ठी के विभिन्न सत्रों का संचालन सर्वश्री विनोद बब्बर, नमिता राकेश व किशोर श्रीवास्तव ने अपने अनूठे व रोचक अंदाज़ में किया। अंत में विभिन्न प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया।
                      - प्रस्तुतिः लाल बिहारी लाल, नई दिल्ली, मो. 9868163073

Thursday, August 11, 2011

‘संस्कार’ अंक हेतु प्रकाशन सामग्री आमंत्रित

हम सब साथ साथ पत्रिका का नवंबर-दिसंबर,2011 अंक ‘संस्कार’ अंक होगा। इसके लिए रचनाकारों से देश और विदेशों में कल और वर्तमान के अच्छे-बुरे संस्कार, समाज पर उनका प्रभाव, संस्कारों से देश, समाज व लोगों की पहचान, उनका रूप, उनकी स्थिति, दशा, दिशा, लाभ-हानि, आदि को केंद्र में रखकर सरगर्भित व चिंतन-मनन योग्य स्वरचित व अप्रकाशित मुद्दा आधारित लेख, कहानी, लघुकथा, कविता, गीत व ग़ज़ल आदि आमंत्रित हैं। इस अंक के विचार-विमर्श स्तंभ हेतु ‘हमारे संस्कार हमें कितना आगे ले जाते हैं और कितना पीछे’ विषय पर संक्षिप्त व सारगर्भित विचार भी फोटो सहित दिनांकः 30.9.2011 तक प्रकाशनार्थ आमंत्रित हैं। 
इस पत्रिका को पहली बार सामग्री भेजने वाले रचनाकार आपना फोटो, परिचय भी प्रेषित करें। 
पताः हम सब साथ साथ, 916- बाबा फरीदपुरी, वेस्ट पटेल नगर, नई दिल्ली-110008
ईमेलः humsabsathsath@gmail.com, hsss2004@indiatimes.com     मोः 9868709348